लोकल चुनाव के लिए इतनी वोकल क्यों हुई बीजेपी ?
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कहने को तो निकाय चुनाव लोकल है लेकिन बीजेपी ने इसे नेशनल चुनाव की तरह लिया है । तेलंगाना के ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रोड शो किया। इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी ने बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की।

हैदराबाद में भाग्यलक्ष्मी मंदिर में पूजा अर्चना के बाद अमित शाह ने सिकंदराबाद में रोड शो किया। जिसमें भारी भीड़ नजर आई। रोड शो के बाद अमित शाह ने बीजेपी ऑफिस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि हम हैदराबाद को नवाब, निज़ाम संस्कृति से मुक्त करने और यहां एक मिनी-इंडिया बनाने जा रहे हैं। हम हैदराबाद को एक आधुनिक शहर में बनाना चाहते हैं, जो निज़ाम की संस्कृति से मुक्त हो। अमित शाह ने AIMIM और TRS पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं इनसे पूछना चाहता हूं कि इतने बड़े तेलंगाना में आपको आपके परिवार के अलावा कोई नहीं मिलता है क्या ?, क्या किसी में कोई टैलेंट नहीं है ?, उन्होंने कहा, हम हैदराबाद को भ्रष्टाचार से पारदर्शिता की ओर ले जाना चाहते हैं। हम हैदराबाद को तुष्टिकरण से विकास की ओर ले जाना चाहते हैं।

अमित शाह ने भरोसा जताया कि बीजेपी हैदराबाद निकाय चुनाव में बहुमत हासिल करेगी और कहा कि हैदराबाद का अगला मेयर बीजेपी से होगा।
गृहमंत्री ने रोहिंग्या के मुद्दे पर ओवैसी को निशाने पर लिया। अमित शाह ने कहा कि जब कानून लाते हैं तो संसद में हल्ला करने लगते हैं, रोहिंग्या पर जब कार्रवाई करते हैं तो विपक्षी दल शोर मचाने लगते हैं, ओवैसी एक बार लिखकर दें कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या को निकाल दें, फिर मैं कुछ करता हूं। दरअसल असदुद्दीन ओवैसी ने टिप्पणी की थी कि अगर हैदराबाद में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या रहते हैं तो अमित शाह कार्रवाई क्यों नहीं करते ?

ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव को 2023 में होने वाले तेलंगाना विधानसभा चुनाव का लिटमस टेस्ट माना जा रहा है। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम देश के सबसे बड़े नगर निगमों में से एक है। ये नगर निगम 4 जिलों में है, जिनमें हैदराबाद, मेडचल-मलकजगिरी, संगारेड्डी और रंगारेड्डी आते हैं। इस पूरे इलाके में 24 विधानसभा क्षेत्र हैं और तेलंगाना की 5 लोकसभा सीटें आती हैं। इसी कारण ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम चुनाव में केसीआर से लेकर बीजेपी, कांग्रेस और असदुद्दीन ओवैसी तक ने ताकत झोंक दी है। यहां की आबादी करीब 82 लाख है। इसके अलावा इस नगर निगम का सालाना बजट लगभग साढ़े 5 हजार करोड़ का है और तेलंगाना की जीडीपी का बड़ा हिस्सा यहीं से आता है।
ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में 150 सीटें हैं। पिछले चुनाव में 99 सीटें TRS को मिली थी, असदुद्दीन औवेसी की पार्टी AIMIM ने 44 सीटों पर जीत हासिल की थी। बीजेपी को सिर्फ 4 सीटों से संतोष करना पड़ा था।
तेलंगाना में 119 में से बीजेपी के सिर्फ 2 विधायक हैं। वहीं 17 लोकसभा सीट में सिर्फ 4 सांसद हैं ।
1 दिसंबर को हैदराबाद नगर निगम के 150 सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए मतदान होंगे, जबकि 4 दिसंबर को वोटिंग होगी ।
