लालू यादव की बढ़ी मुश्किलें, झारखंड हाईकोर्ट में PIL दाखिल, पटना में भी FIR दर्ज
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याचिका में लिखा कि चारा घोटाले मामले में लालू प्रसाद सजायाफ्ता हैं और लगातार दो साल से रिम्स के पेइंग वार्ड और अब रिम्स निदेशक के बंगले में अपना इलाज करा रहे हैं। इस दौरान उन्हें सेवादार समेत कई सुविधाएं मिली हैं, जो राज्य सरकार और जेल अधिकारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं है।

लालू प्रसाद के फोन पर बात करने के मामले जेल अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। डीसी ने बिरसा मुंडा जेल के अधीक्षक को पत्र भेज कर कहा है कि जेल मैनुअल का क्यों नहीं पालन हो रहा है।। दूसरी तरफ सचिवालय में गृह सचिव के अध्यक्षता में हुई बैठक में पूरे मामले पर चर्चा हुई और जिला प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
इससे पहले पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट ने जेल महानिरीक्षक और बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल के अधीक्षक को कारण बताओ नोटिस दिया था और दोनों से पिछले 3 महीने में लालू से मिलने वालों की लिस्ट पेश करने को कहा था। साथ ही ये भी बताने को कहा था कि कितने लोगों ने नियमों के तहत मुलाकात करने की अनुमति मांगी थी ।

बीजेपी ने एक तरफ तो झारखंड हाईकोर्ट में PIL दाखिल की तो दूसरी तरफ विधायक ललन पासवान ने पटना के विजीलेंस थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि लालू के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत हिरासत से टेलीफोन करने और मंत्री को बर्थ देने की पेशकश, जिसमें एक लोक सेवक को रिश्वत देना और उसका भुगतान करना शामिल था ।
