अगले कुछ हफ्तों में भारत को कोरोना वैक्सीन की मिल सकती है खुशखबरी, पीएम मोदी ने देश को बताया टीकाकरण का ब्लू प्रिंट
1 min read
कोरोना के हालात को लेकर पीएम मोदी ने शुक्रवार को सभी दलों के साथ चर्चा की। इस बैठक में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद भी शामिल हुए। वैक्सीन को लेकर पीएम ने बैठक के बाद बड़ा बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि देश को अगले कुछ हफ्तों में वैक्सीन मिल सकती है। भारतीय वैज्ञानिक सफलता के करीब हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत में 8 वैक्सीन ट्रायल के अलग-अलग चरण है। तीन देसी वैक्सीन भी अलग-अलग चरण में है। वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलने के बाद टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो जाएगा।

पीएम मोदी ने बताया कि पहले चरण में वैक्सीन हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स, बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को दी जाएगी। केंद्र और राज्य सरकारें वैक्सीन के बांटने को लेकर तेजी से काम कर रही हैं। देश के पास ना सिर्फ टीकाकरण का अनुभव है बल्कि क्षमता भी है। उन्होंने कहा कि भारत के पास वैक्सीन को बांटने की क्षमता दुनिया में सबसे बेहतर है। साथ ही प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि देश के हर कोने में वैक्सीन पहुंचाने के लिए कोल्ड चेन को और मजबूत किया जाना है जिस पर केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं।
हालांकि पीएम मोदी ने वैक्सीन के दाम को लेकर स्पष्ट जवाब नहीं दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर चर्चा कर रहे हैं। वैक्सीन की लागत सभी की सेहत को ध्यान में रखते हुए तय की जाएगी और राज्य सरकारें इसमें प्रमुख भूमिका निभाएंगी। पीएम ने वैक्सीन की कीमतों में सब्सिडी दिए जाने के संकेत दिए हैं।
प्रधानमंत्री ने बताया कि एक खास सॉफ्टवेयर Co-Win बनाया गया है जिसमें लोग कोरोना वैक्सीन के स्टॉक और उससे जुड़ी सभी जानकारी होगी। ये सॉफ्टवेयर वैक्सीन के स्टॉक को ट्रैक करेगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हमें ये सुनिश्चित करना चाहिए कि टीकाकरण के दौरान देश और मानव विरोधी अफवाहें ना फलाई जाएं। सभी राजनीतिक दलों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि भारतीयों को ऐसी अफवाहों से बचाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में विकसित देशों को भी काफी मुश्किल हुई है लेकिन भारत ने एक राष्ट्र के तौर पर बेहतरीन काम किया है।
कोरोना की वजह से हो रही मौतों पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत में मृत्यु दर कम है। साथ ही ठीक होने की दर भी सबसे अधिक है। जिस तरह से भारत ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ा है वो हर देशवासी के अदम्य इच्छाशक्ति को दिखाता है। भारत आज उन देशों में हैं जहां हर रोज टेस्टिंग सबसे ज्यादा हो रही है ।
पीएम मोदी ने कहा कि फरवरी-मार्च की आशंकाओं, डर भरे माहौल से लेकर दिसंबर के विश्वास और उम्मीदों भरे माहौल के बीच भारत ने बहुत लंबी यात्रा तय की है। अब जब जल्द वैक्सीन मिलने की उम्मीद है तो जनभागीदारी, साइंटिफिक अप्रोच, वही सहयोग आगे भी बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया की नजर कम कीमत वाली सुरक्षित वैक्सनी पर है और इसलिए ये स्वाभाविक है कि पूरी दुनिया की नजर भारत पर भी है।
