राजीव रंजन के पत्र के बाद BJP ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाला, लगाया अनुशासनहीनता का आरोप
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- राजीव रंजन के पत्र के बाद BJP ने उन्हें 6 साल के लिए पार्टी से निकाला
- लगाया अनुशासनहीनता का आरोप
- बिहार बीजेपी नेता है राजीव रंजन
बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने शुक्रवार को प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निकाल दिया है. बीजेपी ने उन्हें अगले छह सालों के लिए पार्टी से निकाला है. इसकी सूचना प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पत्र जारी कर दी है. हालांकि राजीव रंजन ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और पद से इस्तीफा संजय जायसवाल को पत्र लिखकर दे दिया था.
संजय जायसवाल ने पत्र में लिखा ये
संजय जायसवाल ने पत्र में लिखा है कि राजीव रंजन पहले भी पार्टी विरोधी बयान दे चुके हैं. इसको लेकर उन्हें मौखिक जानकारी दी गई थी. इसके बावजूद वे पार्टी विरोधी बयान दे रहे थे, जिससे पद की गरिमा धूमिल होने के साथ-साथ पार्टी की छवि खराब हो रही थी. इस अनुशासनहीनता के लिए बीजेपी राजीव रंजन को तत्काल पदमुक्त कर रही है.
राजीव रंजन भेज चुके थे इस्तीफा पत्र
बिहार बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने शुक्रवार को बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को पत्र लिखकर प्राथमिक सदस्यता और पद से इस्तीफा देने की जानकारी दी. राजीव रंजन ने संजय जायसवाल से अनुरोध करते हुए लिखा कि इस त्यागपत्र को स्वीकार किया जाए और उन्हें पार्टी प्रदत दायित्वों से मुक्त किया जाए.
वहीं, इस दौरान उन्होंने अपनी बातों में भड़ास भी निकाली और पार्टी पर कई आरोप भी लगाए. पत्र लिखकर राजीव रंजन ने कहा कि बिहार बीजेपी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों व आदर्शों से पूरी तरह भटक चुकी है. प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ-सबका विकास’ की बात केवल कहने तक ही सीमित हो चुकी है. आज पार्टी में पिछड़ा/अतिपिछड़ा व दलित समाज के विरोधी तत्व हावी हो चुके हैं.
